बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

रेलवे फाटको के कारण रैंगता शहर बीकानेर

रेलवे फाटको के कारण रैंगता शहर बीकानेर
राजस्थान पत्रिका के बीकानेर संसकरण मे कल ये फोटो छपी है जिसमे लोग शहर के बीचोबीच स्थित रेल फाटको से किस तरह परेशान कि घंटो परेसान होने के बाद भी फाटक नही खुलने पर मिलकर एक दुसरे की मोटर साईकिलो को फाटक के उपर से निकालने को मजबूर है ,इनको मालूम है ये खतरनाकहै और गैर कानूनी भी .लेकिन ना तो प्रशासन और ना ही रेलवे और ना ही चुने हुए जन प्रतिनिधी इसका निदान निकालने के प्रति गंभीर दिखाई देते है .ये समस्या कोई 1-2 साल की नही है बीकानेर की जनता इस समस्या से वर्षो से दो चार हो रही है ,पर सरकार, प्रशासन,जनप्रतिनिधी ऐसी कुभकर्णी नीन्द सोए है कि उनकी नीन्द है कि खुलने का नाम ही नही ले रही .किसी दिन जनता परेशान होकर सडको पर उतरेगी और इस उदाशीनता के प्रति लावा फूटॆगा तभी सभी पक्षो की आंखे खुलेगी .
ऐसे फ़ोटो कोई आज ही नही आये है अखबारो मे ये तो रोज़ आते है पर कोई फर्क नही पडता ना तो प्रशासन पर ना रेल अधिकारियो पर और ना ही जन प्रतिनिधीयो पर ,शांत शहर को अशांत क्यो बनाने को उतारू है ,ये सब ! प्लीज हमारे शांत शहर को मजबूर मत करिए,शीघ्र राहत देकर यहा को लोगो को छुटकारा दिला दिजिए ना आप सब मिलकर

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